Election 2024: चुनाव की आचार संहिता और मतदान की संभावित तारीखों पर लगाए जाने वाली अटकलों का दौर शनिवार को खत्म हो रहा है, क्योंकि शनिवार के दिन मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान कर देंगे। खबर के मुताबिक इस बार के चुनाव अप्रैल मई में होगें और यह सात चरणों में हो सकते हैं।
स्कूल की परीक्षाएं समाप्त होने के बाद चुनाव की तारीख घोषित की जाएगी इसीलिए चुनाव मई के शुरुआत से लेकर अंत तक पूरे किए जा सकेंगे। इसके अलावा चुनाव आयोग के एक पत्र से यह भी संकेत मिला है कि चुनाव की तारीख 16 अप्रैल के बाद ही हो सकती हैं हालांकि उस समय स्कूलों की परीक्षाएं होती हैं, और क्योंकि इसमें सबसे अधिक शिक्षकों की ही ड्यूटी लगाई जाती है, और क्योंकि देश भर में होने वाले आम चुनाव में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की जरूरत पड़ती है,इसीलिए परीक्षाओं के बाद ही होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
कब लागू होगी आचार संहिता
खबर के मुताबिक चुनाव आयोग फरवरी को तारीखों का ऐलान करने वाला था, लेकिन अब चुनाव आयोग की तरफ से इसकी आधिकारिक जानकारी जारी कर दी गई है, कि चुनाव की तारीखों का ऐलान अब 16 मार्च को किया जाएगा।
अगर बात करें 2019 में तो 10 मार्च को आजाद संहिता लग गई थी और तब देश में 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में चुनाव आयोजित किए गए थे। क्योंकि इस बार होली 25 मार्च की है और वहीं अप्रैल तक परीक्षाओं का आयोजन होगा। तो आचार संहिता लगने के कम से कम 45 दिनों के बाद ही चुनाव कराए जाएंगे।
क्या है आदर्श चुनाव आचार संहिता
भारतीय निर्वाचन आयोग के द्वारा बनाई गई आदर्श चुनाव आचार संहिता राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के लिए एक नियमावली है जिसका पालन चुनाव के समय करना आवश्यक है,इसे चुनाव आयोग चुनाव के पहले लागू करने की घोषणा करता है, और चुनाव के बाद इसकी समाप्त होने की। आचार संहिता नियमावली सरकार, राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और जनता को दिए गए ऐसे निर्देश हैं,जिनका पालन चुनाव के दौरान करना जरूरी होता है इसमें चुनाव आयोग ही चुनाव की तिथि की घोषणा करता है, और मतदान के परिणाम आने पर यह समाप्त हो जाती है। वैसे आचार संहिता को संविधान में वर्णित नहीं किया गया है। परंतु इसका प्रवर्तन चुनाव आयुक्त द्वारा किया गया है।
आचार संहिता के अंतर्गत निम्नलिखित बातें शामिल हैं
- राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के द्वारा जाति धर्म के क्षेत्र से संबंधित मुद्दों को ना उठाना।
- आचार संहिता लागू होने के बाद किसी भी व्यक्ति को धन का लाभ न देना।
- आचार संहिता लागू होने के बाद किसी भी योजना को लागू न करना।
- सरकार के द्वारा लोक लुभावन वाली घोषणा नहीं करना।
- चुनाव के दौरान सरकारी मशीन का दुरुपयोग नहीं करना।
- इसके दौरान धन-बल और बाहु-बल का प्रयोग भी ना करना।